Hanuman Bajrang Baan PDF Download
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Contents
- 1 सम्पूर्ण बजरंग बाण | Bajrang Baan Hindi PDF Download
- 2 Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) PDF in Sanskrit
- 3 Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) Sanskrit PDF
- 4 सम्पूर्ण बजरंग बाण PDF | बजरंग बाण पाठ – दोहा और चौपाई | Bajrang Baan PDF in Hindi
- 5 बजरंग बाण पाठ की विधि
- 6 Bajrang Baan in Hindi PDF download
- 7 Bajrang Baan PDF Free Download
- 8 Hanuman Bajrang Baan PDF Download
- 9 bajarang-baan.pdf
- 10 बजरंग बाण
- 11 11 राम ll
सम्पूर्ण बजरंग बाण | Bajrang Baan Hindi PDF Download
दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आये हैं सम्पूर्ण बजरंग बाण PDF / Bajrang Baan PDF in Hindi जिसके माध्यम से आप बड़ी आसानी से बजरंग बाण का पाठ कर सकते हैं। बजरंग बली श्री हनुमान का जप करने वाले लोगों से सभी प्रकार के दुख दर्द दूर रहते हैं और वो हर प्रकार के भाय से मुक्त रहते हैं। कुछ लोग बजरंग बली को प्रसन्न रखने के लिए श्री हनुमान चालीसा का जाप करते हैं, लेकिन अगर बजरंग बाण का भी जाप साथ साथ किया जाये तो बजरंगबली के भक्तों को असीम कृपा की प्राप्ति होती है। इस पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप बजरंग बाण PDF बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
बजरंग बाण का पाठ करने के लिए इसके पाठ की विधि, नियम और सावधानियों के बारे में जानकारी होना अति महत्वपूर्ण है। बजरंग बाण पाठ हमेशा मंगलवार से ही आरंभ करना चाहिए। उत्तर भारत की तो अधिकांश उत्तर भरतीय क्षेत्रों में हनुमान जयंती का पर्व चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्री हनुमान तांडव स्तोत्र का पाठ करते समय पूर्ण पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए तभी हमें बजरंगबली की विशेष कृपा मिलती है। जो भी व्यक्ति श्री हनुमान रक्षा स्तोत्र का पाठ करता है उस पर श्री हनुमान जी की कृपा के साथ-साथ भगवान् श्री राम जी की कृपा भी बनी रहती है।
PDF Name | Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) PDF |
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No. of Pages | 5 |
PDF Size | 1.09 MB |
Language | Sanskrit |
PDF Category | Religion & Spirituality |
Download Hanuman Bajrang Baan PDF Paath (बजरंग बाण पाठ) Lyrics PDF in Hindi with Benefits. श्री हनुमान बजरंग बाण के पाठ की सही विधि बजरंग बाण एक बहुत ही शक्तिशाली प्रार्थना है जो की हनुमान जी को समर्पित है बजरंग बाण का अर्थ है बजरंगबली जी का तीर या भगवान हनुमान। बजरंग बाण पाठ एक बहुत ही powerful prayer और मंत्र है जिसका उपयोग बुरी शक्तियों को भागने के लिए किया जाता है।
अब तक यह स्पष्ट नहीं है की Bajrang Baan किसने लिखा था कोई कहता है यह तुलसीदास ने लिखा था कोई कहता है तुलसीदास जी ने नहीं लिखा था।
Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) PDF in Sanskrit
लेकिन यह बहुत ही प्राचीन प्रार्थना है जिसे बजरंग बलि के भक्त रोज जप करते है इस पाठ को करने की सलाह रात को सोते समय और सुबह जल्दी उठकर दी जाती है।
बजरंग बाण का सच्चे मन से पाठ करने से आपके आस-पास की सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाएंगी, और आपके जीवन में शांति और सद्भाव आएगा। शिव के रुद्र अवतार हनुमान की पूजा जीवन में किसी भी कठिनाई को दूर करने के लिए एक शक्ति और आत्मविश्वास देती है।
Shri Hanuman Bajrang Baan was written by Shri Goswami Tulsidas Ji. Shri Hanuman Bajrang Baan is the most popular and Powerful devotional Prayer dedicated to Lord Hanuman. Shri Hanuman Bajrang Baan is the one who removes obstacles and helps us overcome all difficulties and All types of fears in our life. And Give us the Power to find solutions to our Problems.
Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) Sanskrit PDF
Bajrang Baan (बजरंग बाण पाठ) PDF Download in Sanskrit for free from the official website link given at the bottom of this article.
बजरंग बाण पाठ | Bajrang Baan Paath – बजरंग बली श्री हनुमान का जप करने वाले लोगों से सभी प्रकार के दुख दर्द दूर रहते हैं और वो हर प्रकार के भाय से मुक्त रहते हैं। कुछ लोग बजरंग बली को प्रसन्न रखने के लिए श्री हनुमान चालीसा का जाप करते हैं, लेकिन अगर बजरंग बाण का भी जाप साथ साथ किया जाये तो बजरंगबली के भक्तों को असीम कृपा की प्राप्ति होती है।
बजरंग बाण का पाठ करने वाले बजरंग बाली भक्त कई प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। बजरंग बाण का पाठ करने के लिए इसके पाठ की विधि, नियम और सावधानियों के बारे में जानकारी होना अति महत्वपूर्ण है। बजरंग बाण पाठ हमेशा मंगलवार से ही आरंभ करना चाहिए।
सम्पूर्ण बजरंग बाण PDF | बजरंग बाण पाठ – दोहा और चौपाई | Bajrang Baan PDF in Hindi
बजरंग बाण दोहा
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
बजरंग बाण चौपाई
जय हनुमंत संत हितकारी । सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ॥०१॥
जन के काज विलम्ब न कीजै । आतुर दौरि महा सुख दीजै ॥०२॥
जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा । सुरसा बद पैठि विस्तारा ॥०३॥
आगे जाई लंकिनी रोका । मारेहु लात गई सुर लोका ॥०४॥
जाय विभीषण को सुख दीन्हा । सीता निरखि परम पद लीन्हा ॥०५॥
बाग उजारी सिंधु महं बोरा । अति आतुर यम कातर तोरा ॥०६॥
अक्षय कुमार मारि संहारा । लूम लपेट लंक को जारा ॥०७॥
लाह समान लंक जरि गई । जय जय धुनि सुर पुर महं भई ॥०८॥
अब विलम्ब केहि कारण स्वामी । कृपा करहु उर अन्तर्यामी ॥०९॥
जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता । आतुर होय दुख हरहु निपाता ॥१०॥
जै गिरिधर जै जै सुखसागर । सुर समूह समरथ भटनागर ॥११॥
ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमन्त हठीले। बैरिहिं मारू बज्र की कीले ॥१२॥
गदा बज्र लै बैरिहिं मारो । महाराज प्रभु दास उबारो ॥१३॥
ॐ कार हुंकार महाप्रभु धावो । बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो ॥१४॥
ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा । ॐ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा ॥१५॥
सत्य होहु हरि शपथ पाय के । रामदूत धरु मारु धाय के ॥१६॥
जय जय जय हनुमंत अगाधा । दु:ख पावत जन केहि अपराधा ॥१७॥
पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत कछु दास तुम्हारा ॥१८॥
वन उपवन, मग गिरि गृह माहीं । तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं ॥१९॥
पांय परों कर जोरि मनावौं । यहि अवसर अब केहि गोहरावौं ॥२०॥
जय अंजनि कुमार बलवन्ता । शंकर सुवन वीर हनुमंता ॥२१॥
बदन कराल काल कुल घालक । राम सहाय सदा प्रति पालक ॥२२॥
भूत प्रेत पिशाच निशाचर । अग्नि बेताल काल मारी मर ॥२३॥
इन्हें मारु तोहिं शपथ राम की । राखु नाथ मरजाद नाम की ॥२४॥
जनकसुता हरि दास कहावौ । ताकी शपथ विलम्ब न लावो ॥२५॥
जय जय जय धुनि होत अकाशा । सुमिरत होत दुसह दुःख नाशा ॥२६॥
चरण शरण कर जोरि मनावौ । यहि अवसर अब केहि गौहरावौं ॥२७॥
उठु उठु चलु तोहिं राम दुहाई । पांय परौं कर जोरि मनाई ॥२८॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलंता । ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमंता ॥२९॥
ॐ हं हं हांक देत कपि चंचल । ॐ सं सं सहमि पराने खल दल ॥३०॥
अपने जन को तुरत उबारो । सुमिरत होय आनन्द हमारो ॥३१॥
यह बजरंग बाण जेहि मारै । ताहि कहो फिर कौन उबारै ॥३२॥
पाठ करै बजरंग बाण की । हनुमत रक्षा करैं प्राण की ॥३३॥
यह बजरंग बाण जो जापै । तेहि ते भूत प्रेत सब कांपे ॥३४॥
धूप देय अरु जपै हमेशा । ताके तन नहिं रहै कलेशा ॥३५॥
दोहा:
उर प्रतीति दृढ़, सरन ह्वै, पाठ करै धरि ध्यान।
बाधा सब हर, करैं सब काम सफल हनुमान॥
बजरंग बाण पाठ की विधि
- बजरंग बाण पाठ हमेशा मंगलवार से ही आरंभ करना चाहिए।
- पाठ करने के लिए मंगलवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- जिस स्थान पर भी आप पूजा करना चाहते हैं उस स्थान को अच्छे से साफ करें और भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें।
- जैसा कि हम सभी जानते हैं भगवान गणेश सभी देवों में प्रथम पूजनीय हैं। इसलिए सर्वप्रथम गणेश जी की आराधना करें और फिर बजरंग बाण का पाठ आरंभ करें।
- इसके बाद भगवान राम और माता सीता का ध्यान करें और हमुमान जी को प्रणाम करके बजरंग बाण के पाठ का संकल्प लें।
- हनुमान जी को फूल अर्पित करें और उनके समक्ष धूप, दीप जलाएं।
- कुश से बना आसन बिछाएं और उसपर बैठकर बजरंग बाण का पाठ आरंभ करें।
- बजरंग बाण पाठ पूर्ण होने के बाद भगवान श्री राम का स्मरण और कीर्तन करें।
- हनुमान जी को प्रसाद के रूप में चूरमा, लड्डू और अन्य मौसमी फल आदि अर्पित करें।
बजरंग बाण PDF हिन्दी में डाउनलोड करने के लिए नीचे दिये गए बटन का उपयोग करें।
Bajrang Baan in Hindi PDF download
Bajrang Baan PDF Free Download
I can’t provide direct downloads for copyrighted or restricted content. However, you can easily find the Hanuman Bajrang Baan text in PDF form through the following channels:
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Google Search – You can search for “Hanuman Bajrang Baan PDF” and find multiple websites offering the text for free.
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Sacred Text Websites – Websites like sacred-texts.com or Bhagavad Gita’s official website often have a collection of Hindu religious texts available for download.
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Religious Apps – Apps like Sri Hanuman Chalisa or Bhakti Songs often provide downloadable PDFs of Hanuman-related texts.
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Online Bookstores – Platforms like Amazon or Flipkart often sell printed versions or eBooks of religious texts.
You can also find the Bajrang Baan in many free devotional books that are available on temple websites or digital archives. Would you like me to help with a brief explanation of the Hanuman Bajrang Baan?