डिजिटल मार्केटिंग क्या हैं ? Digital Marketing In Hindi पूरी जानकारी

हेलो फ्रेंड्स कैसे हैं आप सब उम्मीद करते हैं। आप सब अच्छे होंगे। फ्रेंड्स आपने digital marketing के बारे में तो सुना ही होगा। आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग देश विदेश हर जगह चर्चित में हैं। लेकिन क्या आप डिजिटल मार्केटिंग के बारे में कुछ जानते हैं? अगर आप नहीं जानते कोई बात नहीं आज के इस आर्टिकल में हम आपको डिजिटल मार्केटिंग के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।

कवर किए गए विषय जैसे –

  • what is digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग क्या हैं? )
  • importance of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग का महत्व क्या हैं? )
  • Future of Digital Marketing (डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य कैसा हैं? )
  • types of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार कितने होते हैं?)
  • types of digital marketing tools डिजिटल मार्केटिंग टूल के प्रकार कितना हैं?)
  • uses of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग कैसे करें?)

फ्रेंड्स विषय रीड करने के बाद पता चल ही गया होगा की इस आर्टिकल में माध्यम से आपको डिजिटल मार्केटिंग के बारे में पूरी जानकारी दी जारी हैं। तो फ्रेंड्स इस आर्टिकल को पूरा रीड करना वरना आपके कोई जानकारी अधूरी रहती हैं। उसके जिम्मेदार आप ही होंगे। तो चलिए फ्रेंड्स आर्टिकल शुरू करते हैं। बिना समय ख़राब किये हुए आगे बढ़ते हैं।

let’s start-


what is digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग क्या हैं?)

digital marketing kya hai in hindi– फ्रेंड्स अपने प्रोडक्ट्स और अपनी सर्विसेस की डिजिटल साधनो के जरिये मार्केटिंग करने की प्रतिक्रिया ही डिजिटल मार्केटिंग कहलाती हैं। और डिजिटल मार्केटिंग हम इंटरनेट के जरिये की जाती हैं। और इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग करने के लिए हमें इंटरनेट , कंप्यूटर , मोबाइल फ़ोन , लैपटॉप , वेबसाइट , Advertisement और applications या सॉफ्टवेर के जरिये हम  डिजिटल मार्केटिंग  साथ जुड़ सकते हैं। 

दुनिया में सर्वप्रथम 1980 के दशक में डिजिटल मार्केटिंग स्थापित करने का प्रयास किया गया था। लेकिन ये possible नई हो पाया। और फिर 1990 के दशक में इसका नाम मार्किट में आया और इसका जम कर उपयोग क्या गया। और अब जोरशोरो से किया जा रहा हैं। 

मेरे प्यारे दोस्तों आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग नये ग्राहको तक पहुंचने के लिए एक सीधा और सरल रास्ता हैं। कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगो तक पहुँच कर ज्यादा बिक्री करना ही डिजिटल मार्केटिंग हैं। यह विपणन गतिविधियों को अंजाम देता है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कह सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग से producer अपने ग्राहक तक पहुँचने के साथ – साथ लोगों की गतिविधियों, यानि लोग क्या चाहते हैं. उनकी आवश्यकताओं पर भी नजर रखी जा सकती हैं। ग्राहकों की रुचि किस तरफ है, ग्राहक क्या चाह रहा है, इन सभी पर विवेचना डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा की जा सकती है। सरल भाषा में कहें तो डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल तकनीक द्वारा ग्राहकों तक पहुंचने का एक सरल और सीधा रास्ता हैं।

आज के समय में सब कुछ ऑनलाइन हो चूका हैं। और बचा हुआ भी आगे ऑनलाइन होता ही जा रहा हैं। इंटरनेट में हमारे जीवन को बेहतर बनाया और हमारे जीवन में अच्छी सुविधाओं का आनंद लेकर आया हैं। इन सुविधाओं का बहुत सारा आनंद हम सिर्फ मोबाइल और लैपटॉप से ही ले सकते हैं। 

जैसे –

  • Online shopping ऑनलाइन शॉपिंग
  • Recharges रिचार्ज
  • Bill payments बिल पेमेंट
  • Online Transactions ऑनलाइन ट्रांसक्शन्स
  • Ticket booking टिकट बुकिंग
  • submit online फॉर्म आदि 

हम ये सभी  इंटरनेट के माध्यम से कर सकते हैं। इंटरनेट के प्रति यूजर्स के इस रूचि के चलते हर व्यापारी डिजिटल मार्केटिंग को अपना रहे हैं। आज के समय में सभी लोग या शॉपर यानि 80% से भी ज्यादा लोग प्रोडक्ट्स को खरीदने से पहले कोई भी सर्विस लेने से पहले उसके बारे में ऑनलाइन रिसर्च करते हैं। और ऐसे मे कम्पनियों को और व्यापारियों को अपने प्रोडक्ट्स या सर्विस को सेल्ल करने के लिए  डिजिटल मार्केटिंग को अपना रहे हैं। 


Importance of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग का महत्व क्या हैं? )

फ्रेंड्स अब हम  importance of digital marketing की बात करे तो, आज के इस आधुनिक दुनिया में जीवित रहने के लिए हमें नए तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए, जिनमें डिजिटल मार्केटिंग भी है जो इंटरनेट की मदद से बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जाती है। लोगों के पास कम समय और मार्केटिंग गतिविधियों पर चर्चा करने की इच्छा और क्षमता भी कम होती है। दरअसल, लोगों से मिलने के लिए समय निकालना आसान नहीं है। दूसरी ओर, सोशल नेटवर्किंग साइटों के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग एक व्यक्ति को अन्य गतिविधियों को करते हुए अन्य लोगों के साथ संबंध बनाने में सक्षम बनाती है। इस सुविधा, लागत प्रभावी और कम समय को देखते हुए, डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है।

डिजिटल मार्केटिंग व्यवसायी और ग्राहक दोनों को अत्यंत सुविधा के साथ काम करने में सक्षम बनाती है। लोग बाजार में जाए बिना ही अपने व्यावसायिक प्रोडक्ट्स और services की बिक्री बढ़ा सकते हैं। आज के समय में आप कुछ भी खरीदना चाहते हैं। वो हमें गूगल सर्च कर के देता हैं और उसके साथ उस प्रोडक्ट्स की और services की सभी जानकारी भी प्रदान करता हैं।
इसे हम सरल भाषा में देखे तो

  • समय को बचाता है
  • पैसा को बचाता है
  • प्रभावपूर्णता को बढ़ाता है
  • जरूरतमंद परिणाम देता है
  • खरीददार और विक्रेता को आसानी से घर बैठे मिलाता है

संक्षेप में कहें तो डिजिटल मार्केटिंग ही एकमात्र ऐसा जरिया है जिसके जरिए कम लागत और कम समय में बेहतर परिणाम लाया जा सकता है। इस लिए हम डिजिटल मार्केटिंग को आज के समय में ज्यादा महत्व दिया जा रहा हैं।


Future of Digital Marketing (डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य और मांग)

फ्रेंड्स अब हम Future of Digital Marketing के बारे में जानेगें। भविष्य में डिजिटल मार्केटिंग कितनी मांग रहने वाली हैं। परिवर्तन जीवन का नियम है, यह आप सभी जानते हैं। पहले के समय में और आज के जीवन में कितना कुछ बदल गया है और आज इंटरनेट का जमाना है। आज हर जाति के लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं, इन सबके कारण सभी लोगों को एक जगह इकट्ठा करना आसान हो गया है जो पहले के समय में संभव नहीं था। इंटरनेट के माध्यम से हम सभी व्यवसायियों और ग्राहकों के बीच संबंध भी स्थापित कर सकते हैं। इंटरनेट ने दुनिया में रहने वाले लोगों को आपस में जुड़ने का एक अद्भुत मंच दिया है, जो पहले संभव नहीं था। इंटरनेट ही एक ऐसा माध्यम है जिससे नियमित बातचीत से विक्रेता और ग्राहक के बीच अच्छा तालमेल बनाया जा सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग बहुत ही प्रभावी हैं । products and services इतने प्रभाव के से साथ और जल्दी से जल्दी बिक्री होती जा रही हैं। ये अंदाजा तो आप लगा ही सकते हैं। आज के समय में पहले जैसा बिलकुल भी नहीं रहा हैं। पहले गोदामों में माल पड़ा सड़ता था। लेकिन अब वैसा बिलकुल भी नहीं रहा हैं आज के में products and services आने से पहले तो लोग उन्हें खरीदने के लिए पहले से ही बुक कर देते हैं। ताकि उनके पास products and services जल्दी से जल्दी पहुंच सके। और पहले के समय में इस लिए products and servicesa नहीं बिकते थे। क्योकि उस समय में हम products and services का विज्ञापन offline होता था। और उसमे ग्राहक तक पहुंचने में ज्यादा समय लगया था। और ऑफलाइन विज्ञापन ज्यादा महंगे भी पड़ते थे। लेकिन आजकल ऐसा नहीं है, गूगल, फेसबुक, यूट्यूब आदि जैसे विभिन्न सर्च इंजनों की मदद से ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सकता हैं। किसको को क्या चाहिए ये भी हम आसानी से पता लगा सकते हैं। और जरूरतमंद लोगों तक आसानी से पहुंच जाते हैं। इसमें खर्चा भी कम करना पड़ता हैं। और लोगों की जरुरत भी जल्द से  जल्द पूरी हो जाती हैं। इस संबंध में भुगतान ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए किसी भौतिक उपस्थिति की आवश्यकता नहीं है और सभी कार्य डिजिटल स्रोतों के माध्यम से आसानी से किए जा सकते हैं।

भविष्य में भी व्यवसाय और सभी सेवाएं ऑनलाइन पर आधारित रहेगा | डिजिटल मार्केटिंग की  वजह से लोगो को सही समय पर सही जानकारी के साथ सही उत्पाद और सेवाएं मिल सकेगी | और भविष्य में इसकी मांग बढ़ती ही रहेगी।

digital मार्केटिंग के  साथ, उत्पादों को बेचना ज्यादा प्रभावी है | डिजिटल मार्केटिंग एक प्रचलित पंक्ति पर आधारित है -“जो दिखता वो बिकता है” | लोग इन दिनों इतने ज्यादा सावधान है की कोई भी विक्रेता और व्यवसायी कोई भी गलत जानकारी का इस वेब दुनिया में खुलासा नहीं कर सकता | साइबर नीतियों की सहायता से सर्च इंजन झूठे प्रोफाइल पे रोक लगा सकता है अगर कोई भी ग्राहक या दर्शक शिकायत कर दे तो |


types of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार कितने होते हैं?)

फ्रेंड्स अब हम जानेगें types of digital marketing के बारे में friends इंटरनेट के बिना कोई भी डिजिटल मार्केटिंग संभव नहीं है। और इसी वजह से इसे “इंटरनेट मार्केटिंग” कहा जाता है। इसका उद्देश्य उत्पादों और उत्पादों को ऑनलाइन बेचना है। और इसीलिए इसे “ऑनलाइन मार्केटिंग” के रूप में भी जाना जाता है। डिजिटल मार्केटिंग एक मॉडल या रणनीति पर आधारित नहीं है, यह कई तकनीकी और गैर-तकनीकी गतिविधियों का एक संयोजन हैं: –

जैसे ;-

  • सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (seo)
  • सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन (smo)
  • ईमेल मार्केटिंग (e-mail marketing)
  • वीडियो प्रमोशन और यूट्यूब मार्केटिंग (youtube marketing)
  • एफिलिएट मार्केटिंग (affiliate marketing)
  • पे पर क्लिक मार्केटिंग (ppc marketing)
  • ऑनलाइन रेपुटेशन मैनेजमेंट (ORM marketing)
  • ऍप (App) प्रमोशन (app marketing)

1 . सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (seo)-  यह एक तकनीकी संसाधन (technical resource) है. जिसमें search engine’s के एल्गोरिथम द्वारा सही कीवर्ड का उपयोग करके वेबसाइट को customized किया जाता है। SEO बहुत सारी ऑन-पेज और ऑफ-पेज गतिविधियों का एक संयोजन है जो वेबसाइट को सर्च इंजन के पहले पेज पर लाने में मदद करता है और वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक लाने और उचित बिजनेस लीड करने में भी मदद करता है। संक्षेप में, इसका कार्य वेबसाइट के प्रत्येक प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद करता है।

2 . सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन (smo)-  सोशल मीडिया ही एकमात्र ऐसा स्रोत (source) है जिसके माध्यम से बहुत से लोगों को फेसबुक, लिंक्डइन, ट्विटर, पिंटरेस्ट और अन्य सोशल साइटों के माध्यम से जुड़े रहने का मौका मिलता है। इन सभी साइटों का उपयोग अब व्यापार प्रचार और विपणन के लिए किया जाता है। विज्ञापनदाता अपने व्यवसाय के उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शनकारी विज्ञापनों की मदद से बढ़ावा दे सकते हैं जो उपयोगकर्ता को कुछ समय अंतराल के बाद दिखाई देते हैं। यह अधिक लोगों तक पहुंचने और कम लागत में अधिक व्यवसाय को बढ़ाने का एक अनूठा तरीका है।

3 . ईमेल मार्केटिंग (e-mail marketing)- इसका कार्य आपके मेल इनबॉक्स में कंपनी के उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त करना होता हैं। जब भी कोई कंपनी या व्यापारी कोई नया उत्पाद या सेवा शुरू करती है, या कोई नया प्रस्ताव लेकर आती है, तो वह यह सारी जानकारी आपको मेल द्वारा भेजना अधिक उपयुक्त समझती है क्योंकि यह एक साथ कई लोगों तक जानकारी या मैसेज पहुंचा सकती है। यह भी मार्केटिंग का एक सबसे अच्छा तरीका माना जाता हैं। 

4 . वीडियो प्रमोशन और यूट्यूब मार्केटिंग (youtube marketing) – अगर हम वीडियो के प्रचार के बारे में बात करते हैं, तो YouTube, YouTube short वीडियो और इंस्टाग्राम रील, igtv कुछ ऐसे माध्यम हैं जिनके माध्यम से हम उत्पादों और सेवाओं को अच्छे तरीके से promote कर सकते हैं क्योंकि इन वीडियो में बहुत अधिक ट्रैफ़िक होता है। | इन YouTube वीडियो पर विज्ञापन प्रदर्शित करना या वीडियो के माध्यम से प्रचार करना दर्शकों और उपयोगकर्ताओं को उत्पादों और सेवाओं को खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। संक्षेप में, यह ब्रांडिंग को वाइरल करने का एक बड़ा स्रोत है।

5 . एफिलिएट मार्केटिंग (affiliate marketing) – Affiliate Marketing एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से एक ब्लॉगर या वेबसाइट किसी कंपनी के उत्पाद को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के माध्यम से बेचकर कमीशन कमाता है। प्राप्त होने वाला कमीशन उत्पाद के प्रकार पर निर्भर करता है, जैसे फैशन और जीवन शैली श्रेणियों पर अधिक और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों पर कम कमीशन मिलता हैं ये भी एक मार्केटिंग का अच्छा तरीका हैं। 

6 . पे पर क्लिक मार्केटिंग (ppc marketing) – ऑर्गेनिक परिणाम लाने में कुछ समय लगता है जबकि पीपीसी एक ऐसा स्रोत है जिसके द्वारा कोई भी मार्केटर हर क्लिक के भुगतान पर तुरंत बिजनेस लीड ले सकता है। यह मापांक प्रत्येक क्लिक पर कुछ भुगतान लेता है और इससे उत्पन्न व्यवसाय को मापना भी आसान होता है। शुरुआती व्यापारी शुरुआत में तत्काल लीड प्राप्त करने और व्यवसाय को और आगे बढ़ाने के लिए केवल पीपीसी सेवाओं का उपयोग करते हैं। 

7 . ऑनलाइन रेपुटेशन मैनेजमेंट (ORM marketing) – वेबसाइट बनाने और उसे सर्च इंजन में शीर्ष स्थान पर लाने के लिए पर्याप्त नहीं है। पूर्ण और सकारात्मक ऑनलाइन दृश्यता होना भी महत्वपूर्ण है। एक नकारात्मक समीक्षा या प्रतिक्रिया के कारण वेबसाइट विफल हो सकती है। इसलिए, ओआरएम की सेवाओं से अवगत होना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यवसाय को सकारात्मक तरीके से ब्रांड करने में मदद करता है और नकारात्मक समीक्षाओं को पीछे हटाता है।

8 . ऍप (App) प्रमोशन (app marketing) – ऐप ही एकमात्र ऐसा जरिया है जिसके जरिए आप किसी के भी मोबाइल फोन में लंबे समय तक टिके रह सकते हैं और वह कभी भी अपनी सेवाएं खरीद सकता है। ऐप का इस्तेमाल दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। अगर कोई व्यवसाय बढ़ता जाता है तो वह व्यवसायी ऐप बनाता है और इसके माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देता है जैसे अन्य व्यवसाय ये technology अपनाते हैं। जैसे अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम इत्यादि।


Dear friends इस आर्टिकल में माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग के बारे काफी टॉपिक्स पर बात कर चुके हैं। अब हम types of digital marketing tools कितने पर प्रकार के होते हैं । ये जानेगें इस लिए बने रहें आर्टिकल में , 

types of digital marketing tools डिजिटल मार्केटिंग टूल के प्रकार कितना हैं?)

डिजिटल मार्केटिंग के tool वैसे तो बहुत सारे होते हैं। लेकिन आपको कुछ ऐसे टूल बताने जा रहें हैं। जिन के जरिये आप अपने बिज़नेस को ज्यादा ग्रो कर सकते हैं। और इतना ही नहीं आप अपने उत्पाद या सेवाओं की ज्यादा बिक्री कर सकते हैं। digital marketing के कुछ ऐसे टूल आपके साथ शेयर करें जा रहे हैं। जिन टूल्स का उपयोग हर डिजिटल मार्केटर को इन टूल्स का उपयोग करना चाहिए।

digital marketing tools ;- 

  • Search Console
  • google Keyword Planner
  • Google Trends
  • Fan Page Karma
  • Twitonomy 
  • Followerwonk
  • Google Analytics
  • SEMRUSH 

> search console –

आपकी वेबसाइट सर्च इंजन से बात करना चाहती है। आप सर्च कंसोल के जरिए बात करेंगे। क्या Google आपकी वेबसाइट को indexing कर रहा है? क्या Google के बॉट इसे क्रॉल कर रहे हैं? क्या इसमें कोई त्रुटि आ रही है? कितने लोग खोज रहे हैं क्या? आप कितनी बार उस पर क्लिक करके अपनी वेबसाइट पर आ रहे हैं? यह सारा डेटा आपके सर्च कंसोल से उपलब्ध होगा। आप इस पर हमेशा नजर रखें।

>google Keyword Planner-

सबसे उपयोगी टूल्स में से एक है गूगल का फ्री टूल google keyword planner , जिसकी मदद से आप कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं। Google Keyword Planner की मदद से आप किसी भी टॉपिक से रिलेटेड कीवर्ड्स को निकाल सकते हैं और पूरे महीने या किस समय में कितनी बार सर्च कर सकते हैं। जैसे सर्च वॉल्यूम, कॉम्पिटिशन।

यहां आपको 2 चीजें देखनी हैं, एक है सर्च वॉल्यूम यानी एक महीने में कितनी बार कीवर्ड सर्च किया गया है और दूसरा कॉम्पिटिशन है। प्रतियोगिता में आपको निम्न, उच्च या मध्यम देखने को मिलेगा। मतलब अगर कीवर्ड्स का कॉम्पटीशन ज्यादा है तो इसमें ज्यादा वक्त लगेगा, रैंक करने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी और अगर कीवर्ड्स का कॉम्पिटिशन कम या मॉडरेट है तो यह गूगल पर जल्दी रैंक कर सकता है।

इस टूल की मदद से आप अपने बिज़नेस को जल्दी से ग्रो कर सकते हैं।

>Google Trends-

आपको ट्रेंड डेटा दिखाता है। और यह भी बताता है कि पिछले 5 वर्षों में आपके अपने ब्रांड की कितनी खोजें हुई हैं।

आप इसकी तुलना अपने Competitors से कर सकते हैं। यदि competition में अधिक खोजें हैं, और उनके कौन से कीवर्ड अधिक खोज प्राप्त कर रहे हैं, और किस स्थान से हैं – यह टूल यह सब बताता है। इस ज्ञान के आधार पर आप अपनी खुद की डिजिटल मार्केटिंग रणनीति बना सकते हैं।

>Fan Page Karma-

यदि आप सभी सोशल मीडिया का analysis चाहते हैं, तो इससे बेहतर कोई साधन नहीं है। यह YouTube, Facebook, LinkedIn, Pinterest जैसी वेबसाइटों का analysis कर सकता है। क्या आपके प्रशंसक आपसे जुड़ रहे हैं? उनकी engagement की rate क्या है? क्या 1% 2% हो रहा है? यह टूल आपको सब बताएगा

आपका वीडियो कितने लोगों ने देखा? उसके कितने दर्शन हैं? कितने लोगों ने आपको रीट्वीट किया? आपकी पोस्टिंग आवृत्ति क्या है? आप कितने लोगों को जवाब देते हैं? आपकी प्रतिस्पर्धी बेंचमार्किंग (competitive benchmarking) क्या है? फैन पेज कर्म आपको यह सब बताएगा।

>Twitonomy-

Twitonomy ट्विटर के लिए एक टूल है। इससे आप ट्विटर पर अपने और अपने competitors के फॉलोअर्स ढूंढ सकते हैं। आप अपने और अपने competitors की retweet rate, social authority, follower growth rate. के बारे में सब कुछ पता कर सकतें हैं।

>Followerwonk-

इसके जरिए आप मशहूर celebritiesऔर influencers का पता लगा सकते हैं। आपके उद्योग के leaders कौन हैं कौन ब्लॉगर उद्योग के साथ हैं? क्या यह आपकी मार्केटिंग में मदद कर सकता है? यह सब आप Followerwonk से जान सकते हैं।

Followerwonk एक सामाजिक प्राधिकरण स्कोर देता है जो 100 में से होता है। इससे आप मशहूर celebrities and influencers लोगों का पता लगा सकते हैं।

>Google Analytics-

Google Analytics एक बहुत ही महत्वपूर्ण टूल है। Google Analytics से आपको पता चल जाएगा कि आपकी वेबसाइट पर कितने विज़िटर आ रहे हैं। कितने sessions हैं, conversion rate क्या है। उनके टिकट का आकार क्या है, वे किस चैनल से आ रहे हैं? पूरी जानकारी देता है.

>Semrush-

SEMRush एक पेड टूल है, जिसकी मदद से आप अपनी वेबसाइट का एनालिसिस कर सकते हैं और दिए गए टिप्स का इस्तेमाल करके आप अपनी वेबसाइट के ऑन पेज SEO को इम्प्रूव कर सकते हैं।

SEO ऑडिट के अलावा SemRush की कई विशेषताएँ हैं जिन्हें हमें ध्यान में रखने की आवश्यकता है। और जिसकी मदद से आप वेबसाइट का SEO बेहतर कर सकते हैं, साथ ही आपको अपने competitors के बारे में भी जानकारी मिलती है जिनसे आप अपनी वेबसाइट की तुलना भी कर सकते हैं। SEMrush की कुछ विशेषताएं जो आपको उपयोगी लग सकती हैं वे हैं;

  • किसी भी वेबसाइट के बैकलिंक्स प्राप्त करें
  • Competitor के Keywords और उनके Backlinks मिल जाते हैं
  • SEO और PPC के लिए कीवर्ड रिसर्च
  • एनालिटिक्स डेटा निकाला जा सकता है
  • वेबसाइट की ऑडिट रिपोर्ट प्राप्त करता है
  • कीवर्ड की खोज मात्रा प्राप्त करता है
  • अपनी वेबसाइट के कीवर्ड और उनकी जानकारी प्राप्त करें

Uses of digital marketing (डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग कैसे करें?)

फ्रेंड्स अब हम जानेगें uses of digital marketing के बारे में, आपकी साइट की मार्केटिंग करने में अधिक समय और पैसा लगता है। इस मार्केटिंग की लागत को कम करने और अच्छे परिणाम लाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग अन्य स्रोतों के माध्यम से भी किया जा सकता है।

  • आप अपनी वेबसाइट पर ब्रोशर बना सकते हैं और उस पर अपने उत्पाद का विज्ञापन कर लोगों के लेटर-बॉक्स में भेज सकते हैं। आपको कितने लोग देख रहे हैं ये भी पता लगाया जा सकता है.
  • एट्रिब्यूशन मॉडलिंग – इसके द्वारा हम यह पता लगा सकते हैं कि लोग किन उत्पादों में रुचि ले रहे हैं या वे आजकल कौन से विज्ञापन देख रहे हैं। इसके लिए विशेष उपकरणों का उपयोग करना पड़ता है जो एक विशेष तकनीक द्वारा किया जा सकता है और हम अपने उपभोक्ताओं के कार्यों यानि उनकी रुचि पर नजर रख सकते हैं।
  • वेबसाइट ट्रैफिक – किस वेबसाइट पर विजिटर्स की सबसे ज्यादा भीड़ होती है – पहले आप यह जान लें, फिर उस वेबसाइट पर अपना विज्ञापन डालें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपको देख सकें।

आप जो कुछ भी ऑनलाइन करते हैं, हमें नैतिक रास्तों की मदद लेने की कोशिश करनी चाहिए ताकि लंबे समय तक विश्वास बनाया जा सके। यदि आप अपने ग्राहकों को अच्छी तरह से सेवा दे रहे हैं, तो हमारे ग्राहक लंबे समय तक अच्छी विकास दर पर बने रहेंगे। प्रत्येक ऑनलाइन व्यवसाय का यह कर्तव्य है कि वह ऐसी विश्वसनीयता बनाए रखे कि ग्राहक उसका विज्ञापन देखते ही उत्पाद खरीद ले।


निष्कर्ष ;- 

डिजिटल मार्केटिंग मार्केटिंग का एक कम लागत वाला और समय बचाने वाला स्रोत है, जिसकी मदद से व्यवसाय को बढ़ाया जा सकता है। यह विक्रेता और ग्राहक के बीच बेहतर और सीधा संबंध बनाए रखता है। डिजिटल मार्केटिंग आधुनिकता की एक अनूठी खोज है। इसलिए इसका अच्छी तरह से उपयोग करें और इसे प्रभावी और नैतिक रूप से लागू करें।

फ्रेंड्स उम्मीद करतें हैं आर्टिकल में जरूर कुछ सिखने को मिला होगा। और अगर ऐसा है तो plzz अपने फ्रेंड्स के साथ जरूर शेयर करें। और कमेंट कर के बताएं आर्टिकल कैसा लगा।

थैंक्स फॉर रीडिंग माय आर्टिकल 

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